प्रदेश में वर्ष 2021-22 के लिए शराब ठेके इस बार मार्च में नहीं होंगे। कारण, 15 जिलों में वर्तमान ठेकों की अवधि 31 मार्च को पूरी हो रही है। जबकि बाकी 37 जिलों के ठेकों की अवधि 31 मई को खत्म होगी। प्रदेश के आबकारी ठेकों के मामले में यह स्थिति पहली बार बनी है।
इसके चलते आबकारी विभाग सभी जिलों में वर्तमान ठेकों को 31 मई तक चलाए जाने की तैयारी कर रहा है, ताकि नए ठेकों की सुपुर्दगी की प्रक्रिया 1 जून से शुरू की जा सके। इसके लिए 45 जिलों के शराब ठेकेदारों ने 31 मई तक ठेका संचालित करने की सहमति दे दी है। बाकी 7 जिलों के ठेकेदार भी राजी हैं। लेकिन उनकी लिखित सहमति मिलने का इंतजार है। बता दें कि अब तक आबकारी विभाग हर साल एक अप्रैल से शराब की दुकानें ठेकेदारों के सुपुर्द करता रहा है।
कोरोना संकट के कारण बनी स्थिति : कोरोना संकट के चलते वर्ष 2020 में शराब के ठेकों की प्रक्रिया में हुई विसंगति के चलते शराब ठेकेदारों और आबकारी विभाग के बीच विवाद की स्थिति बनी तो मामला उच्च न्यायालय तक पहुंचा।
उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद विभाग को दोबारा ठेके कराने पड़े। इसके कारण कुछ ठेके की अवधि मार्च में तो कुछ जिलों में ठेकों की अवधि मई में पूरी होने की स्थिति बनी है। शराब ठेकों की प्रक्रिया दो बार अलग-अलग न करना पड़े इसके लिए विभाग ने 31 मार्च को अवधि पूरी करने वाले ठेकेदारों से बात कर उन्हें मई तक ठेका चलाने पर सहमत कर लिया है। बाकी 7 जिलों के ठेकेदारों को राजी करने के प्रयास जारी हैं।
नई नीति के अनुसार होंगे शराब के ठेके
प्रदेश में शराब के ठेकों की निर्धारित एक साल की अवधि इस बार 31 मई को पूरी हो रही है। वर्ष 2021-22 के लिए शराब ठेके नई नीति के अनुसार तय समय पर प्रक्रिया अनुसार किए जाएंगे।
-राजीव चंद्र दुबे, आयुक्त, आबकारी