नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को गुजरात के दौरे हैं। वे कुछ देर में कच्छ किसानों से मिलेंगे और देश की सबसे बड़ी सौर परियोजना की नींव रखेंगे। यह हाइब्रिड रिन्युएबल एनर्जी पार्क कच्छ के विघाकोट गांव में बनाया जा रहा है। 72 हजार 600 हेक्टेयर में फैले इस एनर्जी पार्क में 30 गीगावाट तक बिजली बनाई जा सकेगी। यहां पर विंड और सोलर एनर्जी के स्टोरेज के लिए अलग जोन होगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के मुताबिक, मोदी एक ऑटोमेटिक मिल्क प्रोसेसिंग और पैकेजिंग यूनिट और डिसैलिनेशन प्लांट की आधारशिला भी रखेंगे। प्रधानमंत्री कच्छ के रण का दौरा भी करेंगे और एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे।
कच्छ के मांडवी में बनेगा डिसैलिनेशन प्लांट
डिसैलिनेशन प्लांट कच्छ के मांडवी में बनाया जाएगा। इसकी मदद से हर दिन 10 करोड़ (100 MLD) लीटर समुद्र के पानी को पीने के पानी में बदला जा सकेगा। यह गुजरात में पानी की कमी को दूर करने में अहम भूमिका निभाएगा। इससे करीब क्षेत्र के 8 लाख लोगों को पीने के पानी की सप्लाई की जा सकेगी। यह गुजरात में बनाए जा रहे पांच डिसैलिनेशन प्लांट में से एक होगा। ऐसे ही प्लांट दाहेज, द्वारका, घोघा भावनगर और गिर सोमनाथ में भी बनाए जा रहे हैं।
121 करोड़ की लागत से तैयार होगा मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट
ऑटोमैटिक मिल्क प्रोसेसिंग और पैकेजिंग प्लांट कच्छ के अंजार में बनाया जाएगा। इसे 121 करोड़ रु. की लागत से तैयार किया जाएगा। इसमें से हर दिन करीब 2 लाख लीटर दूध लीटर की प्रोसेसिंग की जा सकेगी।