भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में एक आपात बैठक बुलाई। इसमें शिवराज ने सभी को स्पष्ट शब्दों में प्रदेश में गुंडों बदमाशों और रसूखदारों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसमें डीजीपी से लेकर प्रमुख सचिव और भोपाल डीआईजी, नगर निगम कमिश्नर और कलेक्टर तक को तलब किया गया गया था।
शिवराज ने कहा कि मध्यप्रदेश में गुंडों बदमाशों और अपराधियों को दफन करना है। इनके खिलाफ दंड ही एकमात्र उपाय है। उनके खिलाफ कार्रवाई चलती रहना चाहिए। एक तो सीधे सुशासन का कार्य करना है। जहां संभावना हो गड़बड़ी की वहां हम बिना लिए दिए समय पर कार्रवाई हो। एक उदाहरण बनना चाहिए। भोपाल प्रादेश की राजधानी है। इसे मॉडल बनाना है। प्रदेश में एक आर्दश बनाना है।
यहां मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री, मुख्य सचिव और डीजीपी तक हैं। मध्यप्रदेश का मॉडल भोपाल कैसे बने। आप लोग बैठकर सभी चीजों पर नए सिरे से विचार करें। 10 से 15 दिन में एक रूप रेखा तैयार कर विकास के लिए प्लान तैयार करें। प्रशासन, सुशासन, सुविधाओं और विकास पर काम करना है। मेट्रो के कार्य में तेजी लाना है। धीमी गति से काम नहीं चलेगा। अगर कोई बाधा है, तो उसे दूर करने के उपाय करें। अगर कोई भी दिक्कत है, तो तत्काल सीएमओ को सूचना दें। हम इसे दूर करेंगे।
इससे पहले सीएम ने ईरानी डेरे के बाहर हुई कार्रवाई की जानकारी भी ली। उन्होंने अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई में और तेजी लाने के लिए कहा। इसके अलावा कोरोना को लेकर अधिकारियों से चर्चा की । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बैठक में अधिकारियों को अतिक्रमण और कोरोना से निपटने के लिए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। बैठक के बाद शिवराज सिंह शाहगंज के लिए रवाना हो गए।