हमारी शादी 15 दिन पहले घरवालों की मर्जी से हुई। हम काफी खुश थे, लेकिन उज्जैन नगर निगम के इंजीनियरों ने मेरे घर को नर्क बना दिया। उन्होंने मेरे पति को इतना प्रताड़ित किया कि वह रातभर सो नहीं पाता था। वह डरने लगा था। मुझे निगम के इंजीनियरों की प्रताड़ना के बारे में बताता था। वे उसे कैसे प्रताड़ित करते थे। यह मैं अभी नहीं बता सकती, लेकिन उन्होंने मेरे पति की जान ले ली। उन्हें तो फांसी पर चढ़ा देना चाहिए।
आप तो उन्हें गिरफ्तार करो। सजा दिलाओ। हमने किसी का कुछ नहीं बिगाड़ा, लेकिन उन्होंने मेरा पूरा हंसता-खेलता परिवार तबाह कर दिया। यह बयान शनिवार को सी 21 मॉल से कूदी एमबीबीएस की छात्रा सोनिया खंडेलवाल ने इंदौर और उज्जैन पुलिस को दर्ज कराए। उधर, डॉक्टरों के मुताबिक उसकी हालत गंभीर है। ठीक होने में 3-4 माह लग सकते हैं।
इलाज तो एमवायएच में होगा
टीआई ने सोनिया के पिता सुबीर कुमार से कहा- उसके ठीक होने में अभी वक्त लगेगा, यदि वे चाहें तो उसे विजय नगर के किसी भी निजी अस्पताल में भर्ती करा सकते हैं। उसका खर्च थाने वाले उठा लेंगे। इस पर पिता ने कहा कि उनकी स्थिति इतनी ठीक नहीं है, लेकिन एमवायएच में उसे अच्छा इलाज मिल रहा है। इसलिए वे अभी वहीं रखना चाहते हैं।
खुदकुशी जैसा कदम उठाना जिंदगीभर का दर्द लेना है, इसलिए लाख बार सोचें, क्योंकि दुख-सुख का आना तो जिंदगी का नियम है
एसआई कुर्सी पर बैठी तो सोनिया चीखी- वहां पति शुभम बैठा है, उसकी गोद में कैसे बैठ गई
विजय नगर थाना प्रभारी तहजीब काजी के अनुसार, एमवायएच के सर्जिकल आईसीयू में बयान लेने के लिए जब एसआई प्रियंका शर्मा पहुंची तो सोनिया उन्हें घूरने लगी। प्रियंका कुर्सी पर बैठी तो सोनिया उन्हें देखती ही रही। फिर चिल्लाकर बोली- आप मेरे पति शुभम की गोद में कैसे बैठ गई। उठो वहां से। मेरा पति वहां बैठकर मेरी केयर कर रहा है। यह सुनकर प्रियंका चौंकीं। उन्होंने बाहर से सिपाही को बुलाया। फिर उसके सामने बयान लिए।
पति के साथ जाना चाहती थी, क्यों बचाया
सोनिया ने कहा वह जान देने के लिए ही कूदी थी, लेकिन उसे क्यों बचाया। वह मरना चाहती है। पति के साथ जाना चाहती है। वह बार-बार अपनी मां और शुभम को याद करती है। उन्हें पुकारती है। उसके दोनों पैरों में प्लास्टर चढ़ा हुआ है। वह दर्द से लगातार कराह रही थी।