प्रदेश में जब कांग्रेस की कमलनाथ सरकार बनी तो ऐंदल सिंह को मंत्री नहीं बनाया गया, इनसे कहा गया कि महाराज यानि मैंने वीटो लगा दिया है। नाराज ऐंदल सिंह जब मेरे पास आए तो उन्होंने कहा कि आपने ऐसा क्यों किया, तब मैंने ऐेदल सिंह के सामने दिग्विजय सिंह से चर्चा की तो वे निरुत्तर हो गए। हकीकत यह है कि उन्हें अपने भाई-भतीजों को मंत्री बनाना था इसलिए इनका नाम सूची में भेजा ही नहीं।
ऐसे धूर्त और मक्कार कांग्रेसियों से तंग आकर ही मैंने और ऐंदल सिंह कंषाना ने कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थामा। यह बात शनिवार को सुमावली विधानसभा क्षेत्र के छैरा में आयोजित सभा में राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कही। श्री सिंधिया ने कहा कि आजादी के बाद ऐंदल सिंह, गिर्राज डंडौतिया, रघुराज कंषाना सहित ग्वालियर-चंबल संभाग के पहले ऐसे 20 जननेता होंगे जिन्होंने जनता के स्वाभिमान के खातिर विधायक और मंत्री पद ठुकराया। अब समय आ गया है कि इतनी बड़ी कुर्बानी देने वाले इन नेताओं को जनता उपचुनाव में अपना आशीर्वाद दे।
इससे पूर्व मुरैना कृषि उपज मंडी में हुई सभा में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पूर्व विधायक रघुराज कंषाना की मांग पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना में मेडिकल कॉलेज खोलने, चंबल से शहर तक पानी लाने 267 करोड़ के प्रोजेक्ट को स्वीकृत करने, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर सर्व सुविधायुक्त सभागार बनाने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने मुरैना की सभा में पूर्व विधायक रघुराज कंषाना, छैरा की सभा में पीएचई मंत्री ऐंदल सिंह कंषाना और कैलारस की सभा में जौरा से भाजपा प्रत्याशी को जिताने की अपील की।
वहीं केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि चंबल में अटल प्रोग्रेस-वे का निर्माण होने से श्योपुर से भिंड जिले तक के सैकड़ों गांवों की तस्वीर बदल जाएगी। इस प्रोग्रेस-वे से आवागमन सुगम होगा और इसके किनारे औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जाएगा, जिसमें स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा।
अटल प्रोग्रेस-वे को भुनाने की तैयारी, पुरानी घोषणाएं दोहराईं, नई का भी आश्वासन
1. चंबल एक्सप्रेस-वे: श्योपुर से भिंड तक 380 किलोमीटर लंबे 8000 करोड़ के चंबल एक्सप्रेस-वे को भाजपा उपचुनाव में भुनाने की तैयारी में है। दिमनी-पोरसा की सभाएं हों अथवा मुरैना, छैरा अथवा कैलारस में शनिवार को हुई सभाएं। राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व सीएम शिवराज सिंह चौहान इस प्रोजेक्ट से विकास को जोड़कर जनता को लुभाते नजर आए।
2. चंबल वाटर प्रोजेक्ट: चंबल से मुरैना शहर तक पानी लाने के लिए 267 करोड़ का वाटर प्रोजेक्ट वर्ष 2013 से कागजों में चल रहा है। लेकिन उपचुनाव से पहले केंद्रीय मंत्री तोमर की मांग पर सीएम शिवराज सिंह ने इसका पिटारा दोबारा खोला। बताया कि प्रोजेक्ट का एस्टीमेट तैयार है, हम इसे जल्द से जल्द स्वीकृत करेंगे।
3. डीआरडीओ की रिसर्च लैब: 2 हजार करोड़ की लागत से डीआरडीओ (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान) की रिसर्च लैब खोलने की घोषणा सीएम शिवराज सिंह ने मंच से की। लेकिन यह घोषणा वर्ष 2015 में वे कर गए थे। इतना ही नहीं वर्ष 2016 में इस प्रोजेक्ट के लिए कैलारस-जौरा क्षेत्र में 350 हैक्टेयर जमीन भी एक्वायर कर ली गई है। कुल मिलाकर यह पुरानी घोषणा थी।
4. मेडिकल कॉलेज: वर्ष 2013 से मुरैना में मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग जारी है। लेकिन वर्ष 2018-19 में केंद्रीय मंत्री तोमर के प्रयासों से मेडिकल कॉलेज श्योपुर जिले में ट्रांसफर हो गया। शनिवार को मंच से केंद्रीय मंत्री तोमर नें दोबारा मुरैना में मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग रखी, जिस पर सीएम ने यह मांग स्वीकार की। लेकिन मेडिकल कॉलेज केंद्र सरकार ही स्वीकृत करेगी।
5. अटल बिहारी सभागार: केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की मांग पर सीएम शिवराज सिंह ने मुरैना में अटल बिहारी सभागार बनाने की घोषणा की, लेकिन यह काम भी उपचुनाव से पहले संभव नहीं हो सकेगा। लेकिन इस चुनावी घोषणा पर जनता ने खूब तालियां बटोरी।
हरिओम-जापथाप ने किया स्वागत, उपाध्याय ने पहनाए चांदी के मुकुट
जौरा विधानसभा से अपनी दावेदारी कर रहे सिंधिया समर्थक हरिओम शर्मा ने कैलारस आने पर सैकड़ों समर्थकों के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया, सीएम शिवराज व केंद्रीय मंत्री तोमर का स्वागत किया। जौरा सीट से दावेदार मोनू उपाध्याय ने कैलारस की सभा के दौरान तीनों अतिथियों को चांदी के मुकुट पहनाए। वहीं पूर्व विधायक स्व. बनवारीलाल जापथाप के बेटे प्रदीप उपाध्याय ने भी सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा के तीनों अतिथियों का स्वागत किया। स्वागत करने वालों में कैलाश मित्तल, बृजमोहन बंसल, राजेश वर्मा, सुनील सिंघल, पंकज गर्ग, अरुण सिंघल, नीलेश मित्तल संचालक ऐन वी आयरन इंडस्ट्रीज लिमिटेड भी शामिल रहे।
अब जाहर सिंह शर्मा ‘कक्का’ के नाम पर होगा जिला अस्पताल
सुमावली के छैरा में हुई जनसभा के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना जिला अस्पताल का नाम जनसंघ के नेता व पूर्व संसदीय सचिव जाहर सिंह शर्मा के नाम पर रखने की घोषणा की। इस मांग को लेकर भाजपा नेता प्रेमकांत शर्मा, संजय शर्मा व रामनरेश शर्मा ने पीएचई मंत्री ऐंदल सिंह, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा सहित गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को ज्ञापन भी दिया था। यहां बता दें कि सुमावली विस में ऋषीश्वर समाज के 15 से 20 हजार वोट हैं, इस घोषणा से कहीं न कहीं मुरैना, दिमनी व सुमावली विधानसभा में ब्राह्मण वोटाें काे भाजपा लुभा सकेगी।
मंच पर यह भी रहे मौजूद
मुरैना में हुई सभा में शिवराज, सिंधिया व केंद्रीय मंत्री तोमर के अलावा पूर्व विधायक रघुराज कंषाना, राज्यमंत्री गिर्राज डंडौतिया, पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह, मुंशीलाल, विधायक व मुरैना प्रभारी नारायण त्रिपाठी, भाजपा जिलाध्यक्ष योगेशपाल गुप्ता, महापौर अशोक अर्गल, जिपं अध्यक्ष गीता हर्षाना, भाजयुमो जिलाध्यक्ष मयंक शर्मा, सोनू परमार, अरुण परमार, छैरा में हुई सभा में तीनों अतिथियों के अलावा पीएचई मंत्री ऐंदल सिंह कंषाना, पूर्व विधायक गजराज सिंह, परशुराम मुदगल, भिंड सांसद संध्या राय, हमीर सिंह पटेल आदि मौजूद रहे।