मुंबई की तुलना पीओके से करने के बाद जब विवाद बढ़ा तो कंगना रनोट ने यू-टर्न ले लिया है। विवादित ट्वीट के 24 घंटे बाद शुक्रवार रात करीब 10 बजे उन्होंने नया ट्वीट किया और मुंबई की अपनी कर्मभूमि बताया। साथ ही कहा कि इस शहर ने उन्हें गोद लिया है और वे इसे मां यशोदा मानती हैं।
कंगना ने अपने ट्वीट में लिखा, "महाराष्ट्र समेत हर जगह मौजूद मेरे दोस्तों का आभार जताने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। वे मेरे इरादे को जानते हैं और मुझे अपनी कर्मभूमि के प्रति अपना प्यार साबित करने की जरूरत नहीं है, जिसे मैं हमेशा मां यशोदा कहती हूं, जिसने मुझे गोद लिया है। जय मुंबई, जय महाराष्ट्र।"
शिवसेना ने कंगना को 'कंस मामा का तोहफा' कहा
हालांकि, कंगना के इस ट्वीट पर शिवसेना की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। मुंबई की मेयर किशोरी पेडणेकर ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में मुंबई के प्रति कंगना के प्यार भरे ट्वीट को लेकर कहा, "तुम कंस मामा का तोहफा हो।"
पिछले ट्वीट में क्या लिखा था कंगना ने
गुरुवार को अपने एक ट्वीट में कंगना ने शिवसेना सांसद संजय राउत पर मुंबई लौटकर न आने की धमकी देने का आरोप लगाया था। उन्होंने लिखा था, "शिवसेना नेता संजय राउत ने मुझे खुली धमकी दी है और कहा है कि मुंबई लौटकर मत आना। मुंबई की गलियों में आजादी के नारे लगने के बाद अब खुली धमकियां, मुंबई क्यों पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की तरह लग रही है?"
कंगना के ट्वीट पर मचा था बवाल
कंगना के इस ट्वीट पर जमकर बवाल मचा था। रेणुका शहाणे, उर्मिला मातोंडकर और दिया मिर्जा समेत कई बॉलीवुड सेलेब्स से लेकर राजनेता तक उन्हें निशाने पर लेने लगे थे। यहां तक कि लगातार कंगना को सपोर्ट करने वाली भारतीय जनता पार्टी ने भी कंगना के पीओके वाले बयान का समर्थन नहीं किया। लेकिन कंगना ने अपनी गलती मानने की बजाय नया ट्वीट कर विवाद को हवा दे दी।
कंगना ने खुली चुनौती देते हुए अपने ट्वीट में लिखा, "मैंने देखा कि बहुत से लोग मुझे मुंबई वापस नहीं आने की धमकी दे रहे हैं। इसलिए मैंने फैसला किया है कि मैं आने वाले सप्ताह में 9 सितंबर को मुंबई की यात्रा करूंगी। मैं मुंबई हवाई अड्डे पर उतरने का समय भी बताऊंगी, किसी के बाप में हिम्मत है, तो रोक ले।' कंगना ने ये बात भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखी थी। जिसमें उन्होंने लिखा था, 'किसी के पिता की जागीर है मुंबई? ये महाराष्ट्र में क्या हो रहा है?"
संजय राउत ने भी किया पलटवार
कंगना के चुनौती वाले ट्वीट पर संजय राउत ने पलटवार किया और कहा, "उसने महाराष्ट्र का अपमान किया है। मुंबई पुलिस का अपमान किया है। अगर वो हिमाचल पुलिस की सुरक्षा लेकर आ रही हैं तो ये उनकी जिम्मेदारी है। कंगना के साथ हमारी कोई निजी दुश्मनी है। कोई भी हो किसी भी पुलिस के बारे में उन्हें इस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।"
राउत ने आगे कहा, "वो मेंटल केस है। आप जिस थाली में खाते हो उस थाली में थूकते हो। उस राज्य का अपमान करते हो, झांसी का अपमान करते हो और कुछ पॉलिटिकल पार्टी उसको सपोर्ट कर रही है।"
मुंबई की तुलना पीओके से करने को लेकर राउत ने कहा, "उनको पीओके में दो दिन के लिए सरकारी खर्चे से भेजना चाहिए। नहीं तो हम उनका पूरा बंदोबस्त करके पहुंचा देंगे। एकबार देख लीजिए पीओके क्या है। वहां के लोग हिंदुस्तान के बारे में क्या बोलते हैं। उनकी क्या भूमिका है। दूसरी बात आप किस मानसिकता से ये बात कह रही हैं। आपकी मानसिकता क्या है?"
कंगना को धमकी देने के बारे में राउत ने कहा, 'देखिए ये फालतू धमकी-वमकी देना हमारा काम नहीं है। हमको जो करना है, हम करेंगे। धमकियां देना या हवा में तलवार चलाना या हवा में बंदूकें चलाना ये हमारा काम नहीं है। ठीक है न अगर कोई चुनौती दे रहा है तो देने दो।
कंगना के बचाव में महिला आयोग
इस बीच कंगना रनोट को राष्ट्रीय महिला आयोग का सपोर्ट मिला है। दरअसल, शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाइक ने शुक्रवार को एक ट्वीट कर कंगना को धमकी दी थी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था कि संजय राउत ने कंगना को विनम्र शब्दों में समझाया है। इसके बाद भी वे मुंबई आती हैं तो उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। मुंबई की तुलना पीओके से करने पर सरनाइक ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री से कंगना के खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने सरनाइक के स्टेटमेंट को गलत बताते हुए कहा कि एक महिला को धमकी देने के आरोप में उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए।