रतलाम. पश्चिम रेलवे के रतलाम रेल मंडल में रनिंग कर्मचारियों को लाइन बॉक्स की सुविधा बंद करने के बाद सोमवार को रेलवे स्टेशन पर जोरदार प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के दौरान आंदोलन करने वो कर्मचारी हंगामेदार नारेबाजी कर रहे थे व निर्णय को वापस लेने की मांग कर रहे थे। असल में ट्रेन संचालन के दौरान गार्ड, इंजन चालक व सहायक चालक को जो लोहे की पेटी मिलती है उसी को लाइन बॉक्स कहा जाता है। इसको रतलाम में रेलवे अधिकारियों ने अपनी हठधर्मिता दिखाते हुए बंद किया है, यह रेल कर्मचारियों का कहना है।
रेलवे में रनिंग विभाग के कर्मचारियों को लाइन बॉक्स बंद करने का विरोध अब तेज हो गया है।। सोमवार सुबह 9 बजे बाद रेलवे स्टेशन पर लॉबी के बाहर कर्मचारी एकत्रित हुए व जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के अलावा रनिंग विभाग के कर्मचारी सामूहिक अवकाश लेकर रेल अधिकारियों के आदेश का विरोध करने की भी अब योजना बना रहे है। कुछ दिन पूर्व इसी तरह कोटा मंडल में लाइन बॉक्स बंद किए गए थे, तब तीन दिन के कड़े विरोध के बाद रेल प्रशासन को अपने आदेश को वापस लेना पड़ा था।
हर संगठन एक साथ
रेल मंडल में अधिकारियों द्वारा कोविड 19 के प्रसार को रोकने के लिए लाइन बॉक्स को बंद करने का निर्णय लिया गया। शनिवार को लिए गए निर्णय की जैसे ही सूचना आई, रेल संगठन व कर्मचारी आक्रोशित हो गए। इसके बाद तीन प्रमुख संगठन की आपात बैठक एक साथ हुई। इसमे वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाइज यूनियन, वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ व स्टेशन मास्टर संगठन के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक के बाद संगठन नेता हरदेश पांडे, प्रतापगिरी, जेके वर्मा, प्रकाश परमार, दीपक गुप्ता, हिमांशु पिटारे, हितेश शाह, शिवनाथ बघेल ने बताया कि रविवार को लॉकडाउन होने की वजह से कोई विरोध नहीं किया गया। सोमवार सुबह 9 बजे सभी संगठन के पदाधिकारी व कर्मचारी एक साथ रेलवे स्टेशन पर लॉबी में एकत्रित होंगे। यहां पर जोरदार प्रदर्शन के बाद निर्णय के खिलाफ मंडल रेल प्रबंधक के खिलाफ ज्ञापन दिया जाएगा।