कोरोना वायरस से संक्रमित रहने के बाद 23 दिनों तक मुंबई के नानावटी अस्पताल में भर्ती रहे अमिताभ बच्चन हाल ही में अपने घर पहुंचे हैं। इसी बीच एक सोशल मीडिया यूजर ने उन पर अस्पताल का प्रमोशन करने का आरोप लगाते हुए लिखा कि अब वो उनका सम्मान नहीं करती। इसके बाद अमिताभ ने भी उस महिला को जवाब देते हुए अपना पक्ष स्पष्ट किया।
अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद बिग बी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अपने चाहने वालों को धन्यवाद कहा था। उनकी इसी पोस्ट पर कमेंट करते हुए उस महिला ने अपने पिता के साथ हुआ अनुभव बताते हुए बच्चन पर हॉस्पिटल का विज्ञापन करने का आरोप लगाया था।
महिला ने बताई पिता की कहानी
महिला ने अपने कमेंट में लिखा, 'मेरे पिता को नानावटी में गलत तरीके से संक्रमित बताया गया था... हमने एक प्रतिष्ठित अस्पताल में एंटीबॉडी टेस्ट करवाया, जिसके बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। इससे ये पता चलता है कि अगर कभी आपको कोविड था और ये बताता है कि वो कभी नहीं था... वो 80 साल के हैं.... उन्हें कोविड वार्ड में रखा गया था, जहां परिवार का कोई भी सदस्य उन्हें नहीं देख सकता था, और उन्हें घाव लगे बिस्तरों के साथ छुट्टी दे दी गई, जिसकी वजह से संक्रमण होता है।'
बोली- आपके प्रति सम्मान नहीं रहा
'अमिताभ जी वास्तव में ये दुख की बात है कि आप जिस तरह का विज्ञापन एक ऐसे अस्पताल के लिए कर रहे हैं, जिसे मानव जीवन की बिल्कुल परवाह नहीं और जिसका मकसद सिर्फ पैसा बनाना है। क्षमा करें, लेकिन आपके प्रति सम्मान पूरी तरह.. पूरी तरह से चला गया है।'
'कम उम्र से अस्पताल आ-जा रहा हूं'
उसे जवाब देते हुए अमिताभ ने लिखा, 'जान्हवी जी... ये जानकर मुझे दुख हुआ कि आपके प्यारे और सम्मानित पिता को इन सबसे और उसके बाद हुई समस्याओं से गुजरना पड़ा। स्वास्थ्य परेशानियों और बहुत गंभीर किस्म की मेडिकल कंडीशन की वजह से छोटी उम्र से मेरा अस्पतालों में आना-जाना लगा हुआ है। चिकित्सा पेशे में एक निश्चित आचार संहिता है और मैंने देखा है कि डॉक्टर्स, स्पेशलिस्ट्स, नर्सेस, मैनेजमेंट सभी रोगी की देखभाल में खुद को पूरी तरह से लगाते हैं।'
'लैब टेस्ट्स में गलती हो सकती है'
आगे उन्होंने लिखा, 'हां लैब परीक्षण गलत हो सकते हैं, लेकिन कई और भी चीजें हैं जो गलत हो सकती हैं, लेकिन कई अन्य परीक्षण और शर्तें भी हैं जिनसे किसी विशेष बीमारी का पता लगाया जा सकता है। मेरे सीमित अनुभव में कभी किसी अस्पताल या डॉक्टर ने कभी किसी कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन नहीं किया है, या जानबूझकर किसी भी व्यवसायिक लाभ के लिए प्रतिकूल उपचार नहीं किया है। इससे मैं विनम्रतापूर्वक असहमत हूं।'
'आपके द्वारा मेरा सम्मान तय नहीं होगा'
'नहीं... मैं अस्पताल के लिए विज्ञापन नहीं करता हूं, मुझे जो भी देखभाल और उपचार मिला है, उसके लिए मैं नानावटी को धन्यवाद देना चाहता हूं, और मैं ऐसा देश के हर उस अस्पताल के लिए करता रहा हूं और करता रहूंगा जहां मुझे भर्ती किया गया था। हो सकता है आप मेरे लिए सम्मान खो चुके हैं, लेकिन मैं आपको बता दूं जान्हवी जी कि अपने देश के चिकित्सा पेशे और डॉक्टरों के प्रति मेरा सम्मान कभी कम नहीं होगा।'
'और एक आखिरी बात... मेरा सम्मान और माननीयता आपके द्वारा तय होने वाली नहीं है'।
यूजर ने बाद में डिलीट कर दी पोस्ट
हालांकि अभिनेता से मिले जवाब के बाद उस यूजर ने अपनी पोस्ट को डिलीट कर दिया। यहां तक कि खुद अमिताभ को भी वो पोस्ट नहीं दिखाई दी। इस बात को उन्होंने एक अन्य यूजर को जवाब देते हुए बताया।