भोपाल। मध्य प्रदेश से कांग्रेस पार्टी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा में भेजने का फैसला कर लिया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार घोषणा की औपचारिकता भर रह गई है। पार्टी के एक महासचिव ने कहा कि 26 मार्च को ज्योतिरादित्य सिंधिया को ईनाम मिल जाएगा।
सूत्र का कहना है कि ज्योतिरादित्य पार्टी के युवा, तेज तर्रार नेता हैं। उनकी अहमियत को कांग्रेस अध्यक्ष और पार्टी के नेता समझते हैं। इसमें किसी तरह का संदेह नहीं होना चाहिए।
मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार से विधायकों की नाराजगी को लेकर चल रहे घटनाक्रम में मीडिया का एक हिस्सा इसमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य के बीच चल रहे राजनीतिक घमासान को भी आधार बना रहा था।
कहा जा रहा था कि मध्य प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटें खाली हो रही हैं। इनमें से एक सीट अभी कांग्रेस के पास है और दो भाजपा के पास। इस बार यह संख्या पलट सकती है। कांग्रेस पास दो और भाजपा के पास एक सीट आ सकती है।
बताते हैं इसी को लेकर दिग्विजय सिंह पहली और सुरक्षित सीट चाहते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दूसरी सीट के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों जोर अजमाएंगी। इस पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता का कहना है कि ज्योतिरादित्य को राज्यसभा की उम्मीदवारी मिलनी और उनका राज्यसभा में आना करीब-करीब तय है। इसके आगे वह कुछ नहीं कहना चाहते।