नई दिल्ली. ब्रूकफील्ड असेट मैनेजमेंट मुंबई के बांद्रा कुर्ला कंप्लेक्स में जेट एयरवेज से दो फ्लोर खरीदने जा रही है। इसके लिए वह 490 करोड़ रुपए का भुगतान करेगी। सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को हुई नीलामी में दोनो फ्लोर्स के लिए इतने का ही रिजर्व प्राइस रखा गया था। निवेश फंड कंपनी इस नीलामी में अकेली बिडर थी। कनाडा की इस कंपनी के पास देश में 2.5 करोड़ वर्ग फुट का कमर्शियल स्पेस है।
ब्रूकफील्ड करीब 29,000 रुपए प्रति वर्ग फुट की दर से करेगी भुगतान
जेट एयरवेज के गोदरेज बिल्डिंग के ये दो फ्लोर्स कुल करीब 1.7 लाख वर्ग फुट के हैं। ब्रूकफील्ड इसके लिए प्रति वर्ग फुट करीब 29,000 रुपए की दर से भुगतान करेगी। रियल एस्टेट विशेषज्ञों के मुताबिक ब्रूकफील्ड ने जितने का प्राइस कोट किया है, वह बाजार की मौजूदा परिस्थितियों में बिल्कुल वाजिब है। स्थिति सामान्य होती तो इस प्रॉपर्टी के लिए 10 फीसदी और वैल्यू मिल सकता था। ब्रूकफील्ड ने इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं दी। इसी बांद्रा कुर्ला कंप्लेक्स में पिछले साल प्राइवेट इक्विटी कंपनी ब्लैकस्टोन ने 6.5 लाख वर्ग फुट स्पेस क लिए 40,000 रुपए प्रति वर्ग फुट की दर से भुगतान किया था।
एनसीएलटी ने इसी महीने जेट की इस प्रॉपर्टी को बेचने की दी थी अनुमति
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक जेट एयरवेज के ये दोनों फ्लोर्स एचडीएफसी के पास गिरवी रखे हुए हैं। इसी महीने की शुरुआत में नेशनल कंपनी लॉ ट्र्रिब्यूनल (एनसीएलटी) ने इन दोनों संपत्तियों को बेचे जाने की अनुमति दी थी। दोनों फ्लोर्स की बिक्री से जो राशि हासिल होगी, उसका इस्तेमाल जेट एयरवेज के कर्ज को चुकाने में किया जाएगा। 360 करोड़ रुपए एचडीएफसी को दिए जाएंगे। हालांकि एचडीएफसी का दावा 424 करोड़ रुपए का है। दोनों फ्लोर्स को बेचने से मिलने वाली राशि के कुछ अन्य हिस्से का इस्तेमाल यूएस एक्जिम बैंक के पेंडिंग एयरक्राफ्ट लोन का निपटारा करने में किया जाएगा।
कर्ज में डूबी जेट एयरवेज का परिचालन अप्रैल 2019 से बंद है
जेट एयरवेज ने अप्रैल 2019 में उड़ानों का परिचालन बंद कर दिया था। जून 2019 से कंपनी इंसॉल्वेंसी प्रक्रिया का सामना कर रही है। कंपनी के रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल आशीष छौछड़िया ने जेट एयरवेज के 4 संभावित खरीदारों को शॉर्टलिस्ट किया है। उनकी जांच परताल की जा रही है।