रतलाम। वर्षा के मौसम में बाढ़ अतिवृष्टि आपदा प्रबंधन के लिए ठोस तैयारी रखें। रोजगार हेतु पोर्टल पर स्थानीय ठेकेदारों को पंजीयन के लिए प्रेरित करें ताकि अधिकाधिक मजदूरों को रोजगार मिल सके। यह निर्देश कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान द्वारा शनिवार को जिले के राजस्व अधिकारियों की बैठक में दिए गए। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती जमुना भिड़े, जिले के एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार आदि उपस्थित थे।
कलेक्टर ने जिले में नामांतरण, बंटवारे, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, बैंक खाते निपटारे की समीक्षा की। आपदा प्रबंधन के लिए ग्रामवार फॉर्मेट तैयार करने के निर्देश दिए। पटवारियों के ई-बस्ते, लैंड रिकॉर्ड के डिजिटाइजेशन के साथ मॉडर्न रिकॉर्ड रूम तैयार करने के संबंध में निर्देशित किया। प्रवासी श्रमिकों के रोजगार के लिए उनका पोर्टल पर पंजीयन करवाने इस संबंध में ठेकेदारों की बैठक आयोजित करने के निर्देश सभी एसडीएम को दिए।
बैठक में कलेक्टर ने कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में अनुविभागवार समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि क्वॉरेंटाइन सेंटर्स के लिए नोडल अधिकारी के रूप में डॉक्टर रखे जाएं। बजट उपलब्धता की जानकारी में निर्देश दिए कि रोगी कल्याण समिति या अन्य कोई भी बजट इस्तेमाल किया जा सकता है। तहसीलदार की भूमिका क्वॉरेंटाइन सेंटर्स के लिए लॉजिस्टिक रूप से रहेगी। क्वॉरेंटाइन सेंटर्स पर आवश्यक व्यवस्थाओं हेतु तहसीलदार कार्य करें।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि कोरोना नियंत्रण में लगे अग्रणी विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों की स्वास्थ्य जांच के साथ उनके सैंपल भी जांच हेतु लिए जाएं। प्रत्येक सप्ताह किसी एक विभाग के चार-पांच व्यक्तियों के सैंपल लिए जाकर जांच करवाई जाए। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि कोरोना कंट्रोल रूम को सशक्त बनाए। कंट्रोल रूम से संबंधित कोर टीम का गठन करें जिसमें जनपद और राजस्व के साथ-साथ साइंस बैकग्राउंड के प्रोफेसर भी सम्मिलित करें। कंट्रोल रूम पर 10 दिनों के डाटा का विश्लेषण करवाएं। आमजन के सैंपल लेने के साथ उसकी कांटेक्ट ट्रेसिंग भी उसी दिन कर ली जाए।