रतलाम। लॉकडाउन में अन्य राज्यों में फंसे मध्य प्रदेश के मजदूर परिवारों का रतलाम एंट्री पॉइंट पर आना लगातार जारी है। आज मंगलवार को पांचवे दिन 938 व्यक्ति विशेष ट्रेन से रतलाम स्टेशन पर उतरे और विशेष बसों द्वारा अपने गृह जिलों की ओर रवाना हुए। रतलाम सहित तेरह जिलों के उक्त मजदूर परिवारों के लिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के निर्देश पर रतलाम जिला प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान, पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी, अपर कलेक्टर श्रीमती जमुना भिड़े, संयुक्त कलेक्टर श्री एम.एल. आर्य तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी व्यवस्थाओं में मुस्तैद रहे।
रेलवे स्टेशन परिसर में मजदूर परिवारों के लिए भोजन के पैकेट, पेयजल तथा छाछ का प्रबंध किया गया। उनके सामान सेनीटाइज किए गए। स्टेशन पर ही मेडिकल चेकअप की व्यवस्था थी। डॉक्टर तथा पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा सतत स्क्रीनिंग की गई। मजदूरों के सामान को बसों पर चढ़ाने के लिए हममालो की व्यवस्था भी प्रशासन द्वारा की गई। मंगलवार को 22 बसों तथा एक तूफान गाड़ी द्वारा मजदूर परिवार अपने गृह जिले झाबुआ, धार, भोपाल, बड़वानी, अलीराजपुर, भिंड, शिवपुरी, दतिया, शाजापुर, मंदसौर, खंडवा, बालाघाट को रवाना हुए। विशेष ट्रेन से रतलाम के भी पांच व्यक्ति अपने घर लौट के आए। बाहर जाने वाली बसों में भोजन के पैकेट तथा पेयजल रखवाया गया, बच्चों के लिए बिस्किट की व्यवस्था की गई।
रतलाम रेलवे स्टेशन पर मजदूर परिवारों का आने का सिलसिला विगत आठ मई से जारी है। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान सहित शासकीय अमले द्वारा लगातार पांचवे दिन सुबह 6:00 बजे से रेलवे स्टेशन पहुंचकर व्यवस्थाओं को सतत अंजाम दिया गया। कलेक्टर द्वारा परिसर में सतत भ्रमण करते हुए मजदूर परिवारों के लिए भोजन, पानी इत्यादि की व्यवस्थाएं करवाई गई। प्रबंध में लगे अधिकारियों, कर्मचारियों को सतत दिशा निर्देशित कलेक्टर द्वारा किया गया। कलेक्टर ने बसों पर पहुंचकर जायजा लिया, मजदूरों का सामान व्यवस्थित बसों पर रखवाया। स्टेशन परिसर पर सोशल डिस्टेंसिंग का भी खयाल रखा गया। कलेक्टर, एसपी द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग के लिए सतत दिशा निर्देशित किया गया।
मजदूर परिवारों को गुजरात से लेकर रतलाम आई विशेष ट्रेन से रतलाम स्टेशन पर उतरने के अलावा आगे भी मजदूर उसी ट्रेन में रवाना हुए। जिला प्रशासन द्वारा आगे जाने वाले मजदूरों के लिए भी भोजन के पैकेट, पानी तथा बिस्किट पैकेट ट्रेन में परिवारों को उपलब्ध करवाए गए।