रतलाम एसपी अभिषेक तिवारी ने अपना अपील करता वीडियो जारी किया था। इसमे आम जनता से सोशल मीडिया पर इस प्रकार की पोस्ट से बचने की अपील की थी, जिससे समाज की शांति भंग हो। हालांकि कुछ लोगों ने इस पर अमल करना जरूरी हीं समझा। इसके बाद इन पर कड़ी कार्रवाई करते हुए जेल का रास्ता दिखा दिया गया है।
चार लोगो को भेजा जेल
रतलाम पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने बताया कि 6 अलग-अलग लोगों पर सोशल मीडिया पर शांति भंग करने वाली पोस्ट करने पर मिली शिकायत के बाद मामला दर्ज किया गया। इसके बाद चार लोग इसमे के निकले जो अपनी इस बात पर अड़े रहे कि उन्होंने जो पोस्ट की है, वो सही व पुलिस की कार्रवाई गलत है। इसके बाद पुलिस ने कड़ा एक्शन लेते हुए ऐसे चार लोगों को जेल का रास्ता दिखा दिया है। रतलाम एसपी तिवारी ने बताया कि जो लोग समाज में शांति भंग करेंगे, उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा।
हो सकती है दो माह की जेल
पुलिस के अनुसार यह आमधारणा है कि शांति भंग करने वाली सोशल मीडिया की पोस्ट पर आईपीसी की धारा 188 में कार्रवाई होती है, जबकि यह पूरी तरह से सही नहीं हैं। ऐसे मामलों में कड़ी धाराओं में कार्रवाई का प्रावधान है। आईपीसी की धाराओं में इस प्रकार की पोस्ट करने वालों को कम से कम दो माह की जेल की सजा तक का प्रावधान है। रतलाम एसपी तिवारी ने आमजन से अपील की है कि वे सोशल मीडिया का उपयोग स्वयं के ज्ञान बढ़ाने के लिए करें, लेकिन गलत पोस्ट करने से दूर रहे। खासकर माता - पिता से अपील की है कि वे इस बात की नजर रखें की उनके बच्चे मोबाइल का किस तरह उपयोग कर रहे है। गलत पोस्ट से जेल तो होगी ही इसके साथ - साथ परिवार भी परेशान होगा। *रतलाम पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी*