सीहोर. लॉकडाउन के एक महीने से भी ज्यादा बीत चुका है। ऐसे में किराना दुकानों पर भी कई जरूरी खाद्य सामग्री की कमी आने लगी है। इस बीच जो लोग गुटखा और सिगरेट के शौकीन हैं उनके सामने लॉकडाउन ने समस्या खड़ी कर दी है। हालत यह है कि इसकी लत ऐसी है कि 10 रुपए के गुटखा पाउच को लेने के लिए लोग 5 किमी तक का सफर तय कर शहर में आ रहे हैं।
यहां पर लॉक डाउन की छूट के समय यह मिल जाते हैं। अब गुटखा, पाउच सहित पान मसाला की कीमत आसमान छू रही है। शहर की कई दुकानों में 10 रुपए में मिलने वाले गुटखे की कीमत अब 60 रुपए हो गई है। यह सब तो ठीक है, लेकिन लोग बाजार खुलने के दौरान इसे लेने तीन से पांच किमी तक पहुंच रहे हैं।
थूकने पर जुर्माना
कोरोना संक्रमण को देखते हुए पूरे प्रदेश में नया आदेश हाल ही में जारी किया गया है। इसमें सार्वजनिक स्थान पर थूकने पर एक हजार रुपए का जुर्माना हो सकता है। इसके पूर्व नशे से संबंधित पदार्थ बाजार में न बेचने के दुकानदारों को निर्देश दिए थे। निर्देश के बाद भी दुकानों में यह गुटखा, पाउच, बीड़ी, सिगरेट सहित अन्य सामग्री आसानी से उपलब्ध हो रही है। हालांकि इनके दाम में दो से पांच गुना तक बढ़ोतरी हुई है।
3 से 5 किमी का सफर
लॉक डाउन होने के बाद भी लोगों को गुटखा पाउच और सुपारी आसानी से मिल रही है। यह बात सही है कि इसके दाम बहुत ज्यादा हैं। इसी तरह बीड़ी, सिगरेट के दाम तीन से चार गुना बढ़ गए हैं। गांवों से लोग आसपास के शहरी क्षेत्रों में गुटखा सामग्री खरीदने पहुंच रहे हैं।
सुपारी के भाव दोगुने हुए
बाजार में सामान्य दिनों में गुटखा में डलने वाली सुपारी का भाव औसतन 400 रुपए प्रति किग्रा था। अब यह सुपारी बाजार में 800 रुपए से लेकर एक हजार रुपए प्रति किग्रा तक मिल रही है। इस संबंध में एक किराना दुकानदार से बात की तो बताया कि बाजार से ब्लैक में गुटखा पाउच बीड़ी, सिगरेट लेकर आना पड़ता है। थोक में भी महंगे दामों में मिल रही है, इसलिए ग्राहकों को भी दे रहे हैं।