उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन के स्वास्थ्य को लेकर दुनियाभर में अटकलों का बाजार गरम है। जापान और हांगकांग से आ रही रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि किम जोंग उन की हालत बेहद नाजुक है। उधर, दक्षिण कोरिया ने कहा कि किम जोंग उन स्वस्थ हैं। दुनिया के सबसे सीक्रेट देशों में शुमार उत्तर कोरिया को लेकर आ रही इन परस्पर विरोधी खबरों के बीच अब यह दावा किया जा रहा है कि किम जोंग उन कोरोना वायरस से डर गए हैं और इस महामारी से बचने के लिए कहीं छिप गए हैं।
ब्रिटिश अखबार डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरियाई तानाशाह के एक बॉडीगार्ड को कोरोना संक्रमित पाया गया है। कोरोना के खतरे को देखते हुए किम जोंग उन सार्वजनिक जीवन में दिखाई नहीं दे रहे हैं। किम जोंग उन के स्वास्थ्य को लेकर उस समय अटकलें तेज हुईं जब 15 अप्रैल को अपने दादा की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में दिखाई नहीं दिए थे।
'किम का निजी सुरक्षा गार्ड कोरोना पॉजिटिव'
किम को लेकर चल रही अटकलों के बीच चीन में रहने वाले एक उत्तर कोरियाई विशेषज्ञ ने कथित रूप से कहा है कि 'तानाशाह की सुरक्षा करने वाले सुप्रीम गार्ड कमांड में दिक्कत की वजह से किम जोंग कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए।' सूत्रों ने कहा कि किम जोंग उन के एक निजी सुरक्षा गार्ड को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। यह गार्ड किम के सुरक्षा दस्ते में शामिल था।
सूत्रों ने कहा कि उत्तर कोरियाई सुरक्षा गार्ड के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद न केवल किम जोंग की सुरक्षा बल्कि उनके कोरोना से संक्रमित होने का खतरा उत्पन्न हो गया था। इससे पहले ऐसी खबरें आई थीं कि किम जोंग कोरोना वायरस के खौफ से राजधानी प्योंगयांग से निकलकर देश के किसी बाहरी इलाके में छिप गए हैं। कहा जा रहा है कि उत्तर कोरिया के 180 सुरक्षा गार्ड कोरोना वायरस के शिकार हो गए हैं।
किम ने भेजा कामगारों को संदेश
उत्तर कोरिया से आ रही ये सभी सूचनाएं अभी अपुष्ट हैं। दरअसल, उत्तर कोरिया सूचनाएं छिपाने के लिए पूरी दुनिया में कुख्यात है। इसी वजह से यह साफ नहीं पा रहा है कि किम जोंग उन क्यों दिखाई नहीं दे रहे हैं। इस बीच दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति की फॉरेन पॉलिसी अडवाइजर चुंग-इन मून ने कहा कि किम जिंदा हैं और स्वस्थ्य हैं। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, मून ने कहा कि किम को लेकर हमारी सरकार का रुख कायम है।
मून ने कहा, 'किम जोंग उन जिंदा हैं और स्वस्थ हैं। वह किम 13 अप्रैल से ही देश के वोनसन एरिया में रह रहे हैं। उन्होंने फॉक्स न्यूज को बताया, 'अभी तक कोई संदिग्ध गतिविधियां नहीं देखी गई हैं।' किम की खराब सेहत की अटकलों के बीच उत्तर कोरिया के सरकारी अखबार रोडोन्ग ने रविवार को खबर प्रकाशित की है। इसमें कहा गया है कि किम ने उन कामगारों के प्रति आभार जताया है जो कि समजीयोन शहर के कायापलट का काम कर रहे हैं।
यहां से उड़ी किम को लेकर अफवाह
दरअसल, हॉन्गकॉन्ग सैटलाइट टीवी के वाइस डायरेक्टर शिनजान झिंगजउ ने दावा किया था कि इस बात के ठोस सबूत हैं कि किम की मौत हो चुकी है। किम को 11 अप्रैल के बाद से ही पब्लिक में नहीं देखा गया है। उस दिन उन्होंने सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी कमिटी की बैठक की थी। वहीं, दक्षिण कोरियाई अखबार डेली एनके जो कि उत्तर कोरिया मामले को देखता है, उसने कहा था कि किम के हार्ट की सर्जरी की गई है।
अखबार ने कहा था कि वह बहुत स्मोक करते हैं और जरूरत से ज्यादा काम करते हैं इसलिए बीमार हो गए थे। उन्हें मोटापे की भी समस्या है। इसने दावा किया था कि उनका हयांगसान काउंटी में इलाज चल रहा है। बताया गया है कि किम के सेहत में सुधार होने के बाद मेडिकल टीम 19 अप्रैल को प्यांगयांग लौट आई थी, वहीं कुछ मेडिकलकर्मी वहीं मौजूद हैं। चीन ने भी अपने डॉक्टर वहां भेजे हैं।