कोरोना महामारी के इस दौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामकाज पर दुनिया की एजेंसियां लगातार मुहर लगा रही हैं. दुनिया की मशहूर सर्वे एजेंसी गैलप ने कोरोना के संकट काल में 28 देशों की सरकारों के कामकाज पर सर्वे किया है और इस सर्वे में सामने आया है कि कोरोना संक्रमण से निपटने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के लीडर नंबर 1 हैं.
91 प्रतिशत लोगों की राय- अच्छा काम कर रही मोदी सरकार
गैलप के मुताबिक सर्वे में शामिल 91 फीसदी लोगों की राय है कि भारत सरकार कोरोना से निपटने में अच्छा काम कर रही है. गैलप के सर्वे में भारत सरकार की रेटिंग दुनिया भर की सरकारों में नंबर 1 है. सर्वे में शामिल 79% लोगों ने यह भी कहा है कि लॉकडाउन बढ़ाने का सरकार का फैसला सही कदम था.
अमेरिकी एजेंसी ने भी बताया था नंबर वन
बता दें कि इससे पहले अमेरिका की एक एजेंसी ने कोरोना से जंग में मोदी को दुनिया का नंबर वन नेता माना था. मॉर्निंग कंसल्ट नाम की ग्लोबल टेक्नोलॉजी और मीडिया कंपनी ने मार्च मध्य में एक सर्वे कराया. इस सर्वे में पीएम मोदी को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सबसे बड़ा और प्रभावशाली नेता करार दिया गया.
इसके बाद ब्रिटेन की ऑनलाइन डिजिटल और एनालिटिक्स फर्म YouGov ने अपने सर्वे में कोरोना से निपटने में पीएम मोदी को दुनिया का दूसरा सर्वाधिक लोकप्रिय नेता माना है.
मोदी के काम पर लोगों को भरोसा
इन दो एजेंसियों के बाद गैलप ने भी पीएम मोदी के काम की तारीफ की है. गैलप के सर्वे में जहां भारत की सरकार पर सर्वे में शामिल 91 प्रतिशत जनता का भरोसा है तो ऑस्ट्रिया की सरकार पर वहां की 86 प्रतिशत जनता को भरोसा है. पाकिस्तान में भी 82% लोग मानते हैं कि इमरान खान सरकार कोरोना के खिलाफ अच्छा काम कर रही है. फिलीपींस में 80 फीसदी लोग सरकार के काम पर भरोसा कर रहे हैं.
48 फीसदी लोग ट्रंप के काम से नाखुश
गैलप के सर्वे में ये भी सामने आया है कि अमेरिका में 48 परसेंट लोगों की राय है कि सरकार ने सही काम नहीं किया. थाईलैंड के 81% लोग कोरोना से निपटने में सरकार से कामकाज से नाखुश हैं, जबकि जापान में भी 69% लोग सरकार से नाराज हैं.
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भारत में 79 फीसदी लोगों ने लॉकडाउन बढ़ाने के सरकार के फैसले से सहमति जताई है. भारत उन देशों में भी शामिल है जहां 90% से अधिक लोगों ने इस बात से असहमति जताई कि मौजूदा संकट में लोकतंत्र प्रभावी नहीं है.
71 फीसदी की राय, गंभीर संकट है कोरोना
मार्च में जब गैलप ने सर्वे किया था तब दुनिया के 59% लोग मानते थे कि कोरोना का संकट वाकई गंभीर है लेकिन अब 63% लोग मानते हैं कि ये संकट कहीं बड़ा है, भारत में मार्च में 43% लोग कोरोना को लेकर सामान्य तौर पर चिंतित थे लेकिन अब भारत में 71% लोग मानते हैं कि कोरोना गंभीर संकट है.