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कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी की वजह से दुनियाभर में हाहाकार मचा हुआ है. अमेरिका, ब्रिटेन, स्पेन, फ्रांस, इटली, चीन जैसे देश इससे बुरी तरह जूझ रहे हैं और रोजाना हजारों मौतें COVID-19 के कारण गंवा रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अमेरिका द्वारा रोके गए फंडिंग पर खेद जताया. डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल टेडरोस अधानोम गेब्रियेसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा, ''WHO के फंड को रोकने के राष्ट्रपति ट्रंप के फैसले पर हमें खेद है. विश्व स्वास्थ्य संगठन को अमेरिकी फंडिंग रुकने से काम पर पड़ने वाले असर की समीक्षा कर रहा है. हम अपने सहयोगी देशों के साथ मिल कर इसकी भरपायी की कोशिश करेंगे. WHO न सिर्फ कोरोना महामारी बल्कि टीबी ये लेकर कैंसर तक तमाम तरह की बीमारियों को लेकर दुनिया भर के देशों में काम करता है''
Umashankar Singh उमाशंकर सिंह@umashankarsingh WHO के फंड को रोकने के राष्ट्रपति ट्रंप के फ़ैसले पर हमें ख़ेद है। हम अमेरिकी फ़ंडिंग रुकने से काम पर पड़ने वाले असर की समीक्षा कर रहे है। हम सहयोगी देशों के साथ मिल कर इसकी भरपायी की कोशिश करेंगे। WHO कोरोना ही नहीं दुनिया भर की बीमारी से लड़ता है।@WHO डायरेक्टर जनरल @DrTedros 247 7:09 AM - Apr 16, 2020 Twitter Ads info and privacy
WHO के फंड को रोकने के राष्ट्रपति ट्रंप के फ़ैसले पर हमें ख़ेद है। हम अमेरिकी फ़ंडिंग रुकने से काम पर पड़ने वाले असर की समीक्षा कर रहे है। हम सहयोगी देशों के साथ मिल कर इसकी भरपायी की कोशिश करेंगे। WHO कोरोना ही नहीं दुनिया भर की बीमारी से लड़ता है।@WHO डायरेक्टर जनरल @DrTedros
बताते चले कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने पिछले हफ्ते विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को उनके देश की ओर से दिए जाने वाली वित्तीय फंड (US funding) में कमी करने की धमकी दी थी. इसके बाद मंगलवार को ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को आर्थिक मदद रोक दी. अमेरिकी राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) की इस स्वास्थ्य संस्था पर कोरोना वायरस के खतरे को ठीक से हैंडल न कर पाने का आरोप लगाया है.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस की महामारी (Coronavirus Pandemic) के चलते दुनियाभर में एक लाख 25 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है जबकि 20 लाख से अधिक लोग इस वायरस से संक्रमित है. कोराना वायरस के बारे में सबसे पहले, पिछले साल के अंत में चीन में जानकारी मिली थी. यही नहीं, नोवल कोरोनोवायरस ने दुनियाभर में अरबों लोगों के जनजीवन को भी बुरी तरह से प्रभावित किया है क्योंकि इस वायरस के प्रसारको रोकने के लिए उन्हें लॉकडाउन जैसे उपाय करने को मजबूर होना पड़ा है.