लखनऊ। मशहूर शायर मुनव्वर राना के बेटे तबरेज पर हमले के मामले में नया ट्विस्ट आया है। पुलिस की जांच में पता चला है कि तबरेज ने चाचा और भाइयों को फंसाने के लिए खुद पर गोली चलवाई थी। पुलिस ने तबरेज पर हमले की कहानी को फर्जी करार दिया। उसकी गिरफ्तारी के लिए गुरुवार को आधी रात पुलिस ने शायर के लखनऊ और रायबरेली स्थित घर पर छापेमारी की। इस पर मुनव्वर ने पुलिस पर ही बड़ा आरोप लगाया। कहा कि ये बिकरु कांड बनाने की कोशिश चल रही है। इन हालात में मैं मर जाऊंगा और इसके लिए ये पुलिसवाले ही जिम्मेदार होंगे।
घरवालों से अभद्रता का आरोप
शायर मुनव्वर राना के बेटे तबरेज को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस गुरुवार की रात करीब 2 बजे हुसैनगंज स्थित FI टॉवर अपार्टमेंट में उनके फ्लैट पर पहुंची। रायबरेली स्थित घर पर भी पुलिस ने छापेमारी की। हालांकि, तबरेज नहीं मिला। मुनव्वर का आरोप है कि पुलिस ने छापेमारी के दौरान महिलाओं और खुद उनसे अभद्रता की। सभी के मोबाइल फोन छीन लिए। मीडिया और वकील को नहीं आने दिया। सब गुंडागर्दी कर रहे थे।
वीडियो जारी कर कहा- एक दिन जंगल में हमारी लाश मिलेगी
पुलिस की छापेमारी के बाद शायर ने वीडियो जारी किया। कहा कि एक दिन हमारी जंगल में लाश पड़ी मिलेगी, बिकरु कांड की तरह। इसमें इतना हंगामा करने की क्या जरूरत है? अब ये मुनव्वर राना बिकरु कांड हो गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने कहा कि हम इनको जेल ले जाएंगे...उनको जेल ले जाएंगे। मैंने वॉरंट के बारे में पूछा तो उन्होंने मुझे हटने के लिए बोल दिया।
मुनव्वर ने आगे कहा कि पुलिस ने गुंडागर्दी की। इनमें से कोई मुझे मार भी देगा और न भी मारे तो मैं इन हालात में मर जाऊंगा। मुनव्वर ने पुलिस पर तंज कसा। कहा कि पुलिस वाले मुझे हटने के लिए बोल रहे थे...मैं कैसे हट जाऊं। वो मेरा बेटा है। मेरी सबसे बड़ी गलती है कि मैंने उसे पैदा किया है।
तबरेज ने आरोप लगाया था कि उसे मारने के लिए किसी ने उसकी कार पर गोलियां चलाई थीं।
क्या है मामला ?
दरअसल मुनव्वर और उनके भाइयों के बीच पुश्तैनी जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। 28 जून को तबरेज पर रायबरेली के त्रिपुला चौराहे के पास पेट्रोल पंप के पास दो बाइक सवार युवकों ने हमला कर दिया। युवकों ने तबरेज की कार पर फायरिंग की। तबरेज का कहना है कि जब तक उसने अपनी लाइसेंसी गन निकाली तब तक दोनों भाग खड़े हुए। इस मामले में तबरेज ने सदर कोतवाली में केस दर्ज कराया था। पुलिस ने CCTV फुटेज की जांच की। पुलिस इसी आधार पर इसे फर्जी हमला बता रही है।