छतरपुर। प्रशासन ने पूरा बाजार खाेलने की अनुमति क्या दी, कोविड नियमों काे ही भूल गए। अनलाॅक टू के पहले दिन बुधवार को शहर में गांधी चौक स्थित मुख्य बाजार में पहुंचे खरीदारों के साथ ही व्यापारियों ने नियमों का पालन नहीं किया। यदि यही हालत रहे तो संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाएगा। अभी भी जिला पूरी तरह से अनलॉक नहीं हुआ है।
खजुराहो में पर्यटन कारोबार ठप है अनलॉक के बावजूद पहले दिन मात्र 360 पर्यटक ही पहुंचे। आज भी सिनेमा, थिएटर, स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान, स्वीमिंग पूल, पिकनिक स्पॉट सहित आए दिन लगने वाले हाट बाजार लॉक हैं।
दुकानों में एक साथ 10 से 15 लोग: जिला कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने मंगलवार को बाजार को पूरी तरह से अनलॉक करने का आदेश देते हुए एक स्थान पर अधिकतम 6 लोगों को एकत्र होने की अनुमति दी। पर चौक बाजार स्थित मुख्य बाजार के व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों पर 10 से 15 लोगों को सामान बेचते नजर आए।
यातायात पुलिस की लाल रेखा नहीं आई किसी काम
इस दौरान न ही व्यापारी और न ही ग्राहक कोरोना गाइडलाइन का पालन करते दिखे। प्रतिष्ठानों में ग्राहकों के साथ व्यापारी और उनके कर्मचारी बिना मास्क के बैठे नजर आए। जिससे जिले में फिर से संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है।
शहर के मुख्य बाजार को अतिक्रमण मुक्त करने और यातायात का ठीक से संचालन करने के लिए यातायात प्रभारी माधवी अग्निहोत्री ने 10 जून को प्रतिष्ठानों के बाहर लाल लाइन खींची। साथ ही पुलिस ने लाल रेखा के बाहर सामान रखने पर व्यापारियों पर कार्रवाई करने की बात कही।
पर बुधवार को यहां के प्रतिष्ठानों के बाहर व्यापारियों ने पहले की ही तरह अपना सामान बाहर रखते हुए अतिक्रमण जारी रखा। इसलिए बाजार में भीड़ बढ़ने से लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करने के साथ ही रोड जाम का सामना करना पड़ा। गांधी चौक पर यातायात नियंत्रित के लिए सिर्फ एक कर्मी नजर आया।
पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों में काफी खुशी
पुरातत्व विभाग के सीए नीरज कुमार तिवारी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते 15 अप्रैल को मंदिरों को बंद कर दिया गया था। स्थिति सामान्य होने पर 16 जून को मंदिर आम लोगों के लिए खोल दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि पहले दिन शाम तक 360 टिकट पश्चिमी मंदिर समूह के अवलोकन के लिए काटे गए।
मंदिर खुलने पर घरैलू पर्यटक यहां पहुंचे। महोबा से खजुराहो घूमने आए संतोष कुमार ने बताया कि लॉकडाउन से बोर हो गए थे। काफी दिन से इंतज़ार था कर्फ्यू खुले तो मंदिर देखने खजुराहो आए। आम लोगों के लिए मंदिर खोले जाने के निर्णय को लेकर पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों में काफी खुशी है। यहां के व्यापारियों, दुकानदारों, पर्यटन व्यवसाइयों को उम्मीद जागी है। बंद पड़े होटलों के संचालकों ने अनलाॅक और आगामी मानसून सीजन को ध्यान में रखते हुए होटलों का मेंटेनेंस शुरू कर दिया है।