सागर। कोरोना की संभावित तीसरी लहर की रोकथाम के लिए मध्यप्रदेश का पहला चिल्ड्रन कोविड सेंटर सागर जिले के गढ़ाकोटा में खोला गया है। इसमें अच्छी बात ये है कि इस चिल्ड्रन कोविड सेंटर में अब तक एक भी केस नहीं पहुंचा है। यानी चिल्ड्रन सेंटर शुरू होने के 20 दिनों में एक भी बच्चा कोरोना संक्रमित नहीं आया है, जिसके बाद कोविड सेंटर को बंद कर दिया गया है।
गढ़ाकोटा BMO डॉक्टर सुयश सिंघई ने बताया कि चिल्ड्रन कोविड वार्ड में अब तक एक भी कोरोना संक्रमित बच्चा नहीं आया है। सेंटर को बंद कर दिया है, लेकिन कोविड सेंटर पूरी तरह तैयार है। जरूरत पड़ने पर सेंटर को खोलकर मरीजों का इलाज किया जाएगा।
100 बेड का कोविड सेंटर भी बंद
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए गढ़ाकोटा में 100 बेड का कोविड केयर सेंटर शुरू किया गया था। इस सेंटर में दूसरी लहर के दौरान 410 संक्रमित भर्ती हुए थे, जिनका इलाज किया गया। इस दौरान सेंटर में 4 मरीजों की मौत हुई थी। शेष सभी संक्रमित मरीज स्वस्थ्य होकर घर लौटे थे। इसी कोविड सेंटर में 10 बेड का चिल्ड्रन कोविड वार्ड भी बनाया गया है।
10 बेड का चिल्ड्रन वार्ड, खेलने और मां के रुकने की है व्यवस्था
गढ़ाकोटा में मध्यप्रदेश का पहला 10 बेड का चिल्ड्रन कोविड सेंटर बनाया गया है। इस सेंटर में संक्रमित बच्चों के साथ उनकी मां भी रुक सकती हैं। कोविड सेंटर में झूलाघर, किड्स गेम और बच्चों को पढ़ाई के लिए व्यवस्था की गई है। कोविड सेंटर को बच्चों के रूम जैसा तैयार किया गया है। इसके अलावा बच्चों को कुपोषण से बचाने पोषण आहार के साथ इलाज, दवाइयों की पूरी व्यवस्था की गई है।कोरोना की तीसरी लहर में छोटे बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की आशंका विशेषज्ञों द्वारा जताई गई है। इसी के चलते गढ़ाकोटा में चिल्ड्रन कोविड सेंटर बनाया गया है।