भोपाल। नजीराबाद इलाके में स्थित मजीदगढ़ में आंगन तक भैंस आ जाने से खफा देवर ने अपनी ही भाभी को कुल्हाड़ी मारकर मौत के घाट उतार दिया। पहले कुल्हाड़ी से एक वार किया तो भाभी बेहोश हो गई। आरोपी चला गया लेकिन कुछ देर बाद लौटकर आया। दूसरी बार में कुल्हाड़ी से तीन वार किए।
आरोपी पहले से ही भाभी के चरित्र पर संदेह करता था और विवाद करने के कारण तलाशता था। भैंस खुली देख उसे मौका मिला और भाभी को मौत के घाट उतार दिया। शुक्रवार सुबह पुलिस ने आरोपी को नजीराबाद के जंगलों से तलाश कर हिरासत में ले लिया है।
TI भरत प्रताप सिंह के अनुसार गुना जिले के मधुसूदनगड़, गांव बारोद निवासी केदार बाई (35) की शादी करीब 17 साल पूर्व मजीदगढ़ निवासी रमेश अहिरवार से हुई थी। रमेश और केदार बाई के दो बच्चे हैं। बड़ा बेटा पंद्रह साल का है, जबकि छोटी बेटी है। केदार बाई का पति राजेश किसानी के साथ प्राइवेट काम करता है। रमेश का छोटा भाई रघुवीर, बहू धापू बाई समेत छोटा भाई सुनील अहिरवार भी साथ रहता है।
पुलिस ने बताया कि कल शाम करीब 4 बजे केदार बाई और उसकी देवरानी धापू बाई समेत बच्चे घर पर थे, जबकि उनके पति काम पर गए हुए थे। इस बीच सुनील घर पहुंचा। उसने देखा तो आंगन में भैंस पहुंच गई थी। उसने भाभी केदारबाई के साथ गालीगलौज करते हुए भैंस बांधने की बात कही और एकाएक सिर पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। कुल्हाड़ी लगने से केदार बाई बेहोश होकर गिर गई। परिवार के अन्य सदस्य अंदर से देखते रहे, लेकिन सुनील के डर से कोई भी बाहर नहीं आया।
सुनील कुछ क्षण के लिए वहां से चला गया था, लेकिन फिर उसे सनक छूटी और वह आंगन में कुल्हाड़ी लेकर पहुंच गया। इस बार उसने केदारबाई के सिर पर तीन अन्य वार कर दिए। हमले में महिला के सिर में गभीर चोट आई और चेहरा पूरी तरह से बिगड़ चुका था। घटना की जानकारी केदारबाई की देवरानी धापूबाई ने डायल 100 को दी। इसके बाद पुलिस और एंबुलेंस मौके पर पहुंची। सांस चलने के कारण केदार बाई को तत्काल बैरसिया सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन डाक्टरों ने जांच कर मृत घोषित कर दिया। वहीं पुलिस की दूसरी टीम आरोपी की तलाश में घर पहुंची तो वह फरार हो चुका था। शुक्रवार सुबह पुलिस ने आरोपी सुनील को नजीराबाद के जंगल से गिरफ्तार कर लिया है।