भोपालः कोरोना संक्रमण की रफ्तार देश में धीरे-धीरे कम होने लगी, मध्य प्रदेश में भी कोरोना के मामलों में कमी आने लगी. रविवार को 3,375 मामलों की पुष्टि हुई. केस अब भी पूरी तरह खत्म नहीं हुए, वहीं प्रदेश की राजधानी भोपाल से वैक्सीनेशन पभावित होने की जानकारी मिली. यहां आज से करीब 19 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर बैठ गए.
राजधानी में सामने आएंगी दिक्कतें
राजधानी भोपाल में कोरोना के 500 से ज्यादा केस प्रतदिन आ रहे हैं. वहीं अब जिले के संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने हड़ताल की घोषणा कर दी. करीब 19 हजार से ज्यादा कर्मचारी, जिनमें डॉक्टर, नर्स, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, ANM (Auxiliary Nursing Midwifery), डाटा एंट्री ऑपरेटर जैसे कई कर्मचारी मुख्य पदों पर कार्यरत हैं. उनके इस फैसले के बाद जिले में टीकाकरण के साथ किल कोरोना अभियान के तहत होने वाले सर्वे भी प्रभावित होंगे.
मांग क्या है?
संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने 18 मई को जिला कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपा था. उनकी मांग थी कि उन्हें नियमित कर्मचारियों के समान 90 फीसदी सैलरी दी जाए. निष्काषित संविदाकर्मियों को बहाल करने की मांग भी की थी. इन दो मांगों को लेकर उन्होंने कहा था कि अगर ये पूरी नहीं हुई तो वे 24 मई को हड़ताल करेंगे. आज 24 मई है. मांग पूरी कराने के उद्देश्य से उन्होंने हड़ताल कर दी. उन्होंने मांग पूरी होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी भी दी है.
इन राज्यों की बस सेवाएं बंद
कोरोना संक्रमण की चेन को पूरी तरह तोड़ने के उद्देश्य से महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान से बस सेवा प्रतिबंधित रहेगी. 31 मई तक इन चारों ही राज्यों से यात्री बसों की आवाजाही पर रोक बढ़ाई गई. राज्य परिवहन विभाग ने निर्देश जारी करते हुए बताया कि कोरोना संक्रमण के प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से यह फैसला लिया गया.
इंदौर-भोपाल में मरीज ज्यादा
मध्य प्रदेश में अप्रैल के दौरान 25 फीसदी से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट था. जो पिछले कुछ दिनों से कम होने लगा, रविवार को प्रदेश में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 4.2 फीसदी रहा. यानी कि 100 लोगों की कोरोना जांच कराने पर 4 से 5 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो रही है. ज्यादातर जिलों में केस कम आ रहे हैं, लेकिन इंदौर और भोपाल में केस अब भी 500 से ज्यादा आ रहे हैं.
रविवार को इंदौर में 829, भोपाल में 577 नए कोरोना केस सामने आए, वहीं 7,558 लोगों ने होम आइसोलेशन और अस्पताल से संक्रमण को मात दी.