रायपुर: छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (CGBSE) ने 12वीं की परीक्षा कराने की तैयारियों को पूरा कर लिया है. परीक्षा 1 जून से आयोजित की जाएगी. कोरोना संक्रमण के चलते इस बार छात्र घर बैठकर ही परीक्षा दे सकेंगे. इसके लिए छात्रों को हर पेपर में 5 दिन का समय दिया जाएगा. यह फॉर्मूला बिल्कुल वैसा ही है, जैसे पिछले वर्ष ओपन स्कूल के छात्रों पर लागू किया गया था.
पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते ओपन स्कूल के छात्रों को भी हर विषय की कॉपी लिखने के लिए 2 दिन का समय दिया गया था. इस पद्धति से एग्जाम कराने पर छत्तीसगढ़ ओपन स्कूल के 90 प्रतिशत छात्र पास हुए थे. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि 5 दिन समय मिलने से 12वीं का रिजल्ट बेहतर आएगा.
इस संबंध में बोर्ड का कहना है कि पहले 12वीं के सभी छात्रों को असाइनमेंट दिया गया था. लेकिन अब असाइनमेंट के आधार पर आंतरिक मूल्यांकन के जरिए रिजल्ट नहीं तैयार किया जाएगा. परीक्षा केंद्र से छात्रों को आंसरशीट और प्रश्नपत्र दिए जाएंगे. जवाब लिखकर छात्रों को पांच दिनों में संबंधित परीक्षा केंद्रों में जमा करना होगा. जो छात्र निर्धारित तारीख में आंसरशीट और प्रश्नपत्र केंद्र से नहीं लेंगे और जमा नहीं करेंगे, उन्हें अनुपस्थित माना जाएगा.
वहीं, कुछ शिक्षाविदों का कहना है कि कोरोना संक्रमण की वजह से 12वीं की परीक्षा का आयोजन केंद्र में नहीं किया जा रहा है, इसलिए आंसरशीट और पेपर के वितरण में सावधानी बरती जानी चाहिए. हालांकि जिन स्कूलों में परीक्षा केंद्र हैं, उनसे कहा जा रहा है कि प्रश्नपत्र और आंसरशीट बांटते समय फिजिकल डिस्टेंसिंग ख्याल रखा जाए.
बता दें पिछले साल सीजी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा ऑफलाइन हुई थी. उसमें 78.59 प्रतिशत छात्र पास हुए थे. कोरोना की वजह से ही इस साल दसवीं सीजी बोर्ड की परीक्षा नहीं हुई. असाइनमेंट के आधार पर मूल्यांकन कर नतीजे जारी किए गए. जिन छात्रों ने असाइनमेंट जमा नहीं किया उन्हें भी न्यूनतम नंबर देकर पास किया गया है. इस तरह से दसवीं का रिजल्ट शत प्रतिशत रहा है.