केंद्र सरकार राज्यों को कोरोना की दोनों वैक्सीन बिल्कुल मुफ्त में उपलब्ध कराएगी। हेल्थ मिनिस्ट्री ने शनिवार को बताया कि केंद्र सरकार के लिए कोरोना की दोनों वैक्सीन का रेट 150 रुपए प्रति डोज ही रहेगा। इस रेट पर केंद्र वैक्सीन खरीदकर पहले की ही तरह राज्यों को मुहैया कराता रहेगा। कंपनी से सीधे वैक्सीन खरीदने की स्थिति में ही राज्य सरकारों को वैक्सीन के लिए पैसे देने होंगे।
जयराम रमेश ने उठाए थे सवाल
इससे पहले कांग्रेस नेता जयराम ने वैक्सीन के रेट पर सवाल उठाए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक रिपोर्ट शेयर करते हुए कहा था कि प्राइवेट हॉस्पिटल को सीरम 600 रुपए प्रति डोज के हिसाब से कोवीशील्ड वैक्सीन मुहैया कराएगा। यह दुनिया सबसे ज्यादा रेट है।
उन्होंने लिखा, ''राज्य सरकारों यह वैक्सीन 400 रुपए के हिसाब से मिलेगी। यह अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपियन यूनियन, सऊदी, बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका की सरकार की ओर से खर्च किए जाने वाले रेट से भी ज्यादा है। मेड इन इंडिया वैक्सीन का अपने ही देश में इतना ज्यादा रेट क्यों? इसलिए कीमतों का फिर से निर्धारण किया जाना चाहिए।''
1 मई से 18+ उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन
इससे पहले सरकार ने 1 मई से 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोग वैक्सीन लगवाने का फैसला किया था। सरकार ने यह भी फैसला लिया था कि वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां अपनी 50% सप्लाई केंद्र को करेंगी। बाकी 50% सप्लाई वे राज्य सरकारों को दे सकेंगी या उसे ओपन मार्केट में बेच सकेंगी।
वैक्सीनेशन के लिए कोविन के जरिए रजिस्ट्रेशन पहले की तरह जरूरी रहेगा। वैक्सीन की कमी न हो, इसके लिए राज्य सरकारों को कंपनियों से सीधे वैक्सीन खरीदने के अधिकार दे दिए गए थे।
अभी चल रहा फ्री कोरोना वैक्सीनेशन जारी रहेगा
सरकार की तरफ से टीकाकरण अभियान पहले की तरह जारी रहेगा। इसके तहत प्राथमिकता वाले ग्रुप्स को फ्री में वैक्सीन लगाई जा रही है। इनमें हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 45 साल से ज्यादा उम्र के लोग शामिल है।
पहली डोज लेने वालों को टीका लगाने में प्राथमिकता
वैक्सीन का पहला डोज ले चुके हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता दी जाएगी। वैक्सीन का पहला डोज लेने वाले 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को भी दूसरा डोज लेने के लिए तरजीह मिलेगी। ये पूरा काम तय रणनीति के साथ किया जाएगा।