भोपाल। दूसरी लहर में कोरोना ने मौत का तांडव करना शुरू कर दिया है। 24 घंटे में रिकार्ड 104 मरीजों की मौत हुई है। अप्रैल के 23 दिनों में 1 हजार 27 लोग कोरोना की जंग हारे। पहली लहर की पीक हुई मौतों से यह संख्या लगभग 2 गुनी है। सितंबर में कोरोना से 663 लोगों की जान गई थी। यह सरकारी आंकड़ा है, लेकिन श्मशान में कोरोना प्रोटोकॉल से अंतिम संस्कार किए जाने वाले शवों की संख्या कई गुना ज्यादा है।
कोरोना मरीजों की मौत की मुख्य वजह काेरोना की दूसरी लहर ज्यादा घातक होने के साथ ऑक्सीजन कमी बड़ी वजह बनी। जबलपुर, भोपाल, शहडोल, ग्वालियर में ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं होने से आधा सैकड़ा मौतें हुई हैं। सरकार का दावा है कि ऑक्सीजन की आपूर्ति पर्याप्त है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने शुक्रवार को कहा था कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी नहीं है।
प्रदेश में अप्रैल में अब तक 1 हजार 27 लोग काेरोना की जंग हार चके हैं। इसमें से पिछले 10 दिन में 729 मरीज दम तोड़ चुके हैं। इसकी वजह ऑक्सीजन की कमी, अस्पतालों में बेड न मिलना है।
भोपाल, इंदौर जैसे बड़े शहरों के अस्पतालों में ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार है। मरीज के परिजन अपने स्तर पर ऑक्सीजन के लिए भटक रहे हैं। हालांकि सरकार का दावा है कि प्रदेश में मांग के अनुरूप आपूर्ति हो रही है। 7 दिन से रोजाना 70 से 75 लोगों की मौत हो रही है, लेकिन शुक्रवार को आंकड़ा 100 के पार हो गया।
12,919 नए संक्रमित मिले
प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 12 हजार 919 नए संक्रमित मिले हैं। जबकि स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या 11 हजार 091 है। इसके साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या 4 लाख 85 हजार 703 और स्वस्थ्य होने वालों का आंकड़ा 3 लाख 91 हजार 299 हो गया है। इसी तरह पॉजिटिविटी रेट 23% है।