रीवा। रीवा जिले के मनगवां के मढ़ी गांव की दो सगी बहनें और एक भाई की नदी के कुंड में डूबने से मौत हो गई। तीनों गुरुवार की दोपहर करीब 12 बजे आम के बगीेचे में गए थे। पेड़ में चढ़कर आम का फल खाए। जब प्यास लगी तो पानी पीने के लिए नदी पहुंच गए। यहां पर नदी सुखी मिली। लेकिन एक जगह पानी का कुंड दिखा। आशंका जताई जा रही है कि ऐसे में एक बच्ची पानी पीने के लिए उतरी तो डूबने लगी होगी। इसको बचाने के चक्कर में एक के बाद एक तीनों डूब गए।
जब कई घंटे तक बच्चे घर नहीं लौटे तो परिजनों ने यहां वहां तलाश शुरू की। फिर गुरुवार की रात 9 बजे गंगेव चौकी में पुलिस को घटना से अवगत कराया। रात 9.30 बजे से पुलिस ने गांव में सर्चिग शुरू करते हुए नदी में उतरी। मोबाइल का टॉर्च जलाकर तलाश शुरू की गई। यहां करीब 11 बजे एक पानी का कुंड मिला। गांव वाले अंदर घुसकर देखे तो एक बॉडी मिली। इसके बाद गोताखोरों की मदद से दो और बच्चों का शव निकाला गया। बॉडी को फिर 12 बजे रात अस्पताल पहुंचाया गया। जहां शुक्रवार की सुबह पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
9 घंटे बाद पुलिस के पास पहुंचे परिजन
गंगेव चौकी प्रभारी एएसआई गौरीशंकर ने बताया कि रमाकांत का बेटा नैतिक मिश्रा (8), उनके भाई उमाकांत की दो बेटियां प्रीति मिश्रा (11) राधिका मिश्रा (8) लापता हो गई थीं। परिजन गुरुवार की रात 9 बजे गंगेव चौकी पहुंचकर पूरा घटनाक्रम बताया। तीन बच्चों के घूमने की बात से वरिष्ठ अधिकारियों को पूरे मामले से अवगत कराया गया। आनन फानन में गांव वालों के सहयोग से कई टीम बनाकर गांव, तालाब, बगीचा और नदी की सर्चिग शुरू की गई।
जब हर जगह निराशा मिली तो नदी की ओर ज्यादा फोकस किया गया, क्योंकि परिजनों का यही कहना था कि यह नदी के किनारे वाले बगीचे की ओर ही गए होंगे। ऐसे में नदी में पानी के स्त्रोतों को सर्च किया गया। तब दो घंटे की मेहनत के बाद एक कुंड दिखा। जहां पर लगा कि हो न हो बॉडी यहीं पर होगी।
ऐसे में रात में प्रकाश की व्यवस्था बनाते हुए मोबाइल की रोशनी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। पुलिस सहित परिजन कुंड में डुबकी लगाकर देखे तो अंदर से एक बाडी उपर आई। इसके बाद यह कन्फर्म हो गया कि दो शव यहीं पर है। फिर गांव के गोताखोरों को उतारकर दो और बॉडी रिकवर की गई।