भोपाल। कोलार-शाहपुरा क्षेत्र के बाद राजधानी में पूरे शहर में बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए सोमवार रात 9 बजे से 19 अप्रैल सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन लगा दिया गया। मंगलवार को सड़कों पर इक्का दुक्का वाहन और लोग आते-जाते देखे गए। मार्केट की दुकानें पूरी तरह बंद रही। सिर्फ मेडिकल, मिल्क पार्लर, सब्जी और फल की दुकानें खुली मिली। खास बात तो यह है कि इस बीच दिहाड़ी मजदूर काम की तलाश में 10 नंबर पर इंतजार करते भी देखे गए।
11 नंबर मार्केट
यहां पर शनिवार और रविवार के लॉकडाउन में पूरी तरह से बेरिकेडिंग से बंद सड़क मंगलवार को खुली थी। सब्जी और फल की दुकानें लगी हुई थी। इक्का दुक्का लोग दुकानों पर सामान खरीद रहे थे। मार्केट की दुकानें पूरी तरह से बंद थी। सड़क पर पिछले लॉकडाउन की तुलना में आज ज्यादा लोग सड़क पर आते-जाते देखे गए।
10 नंबर मार्केट
मार्केट के चौराहे पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी है। हालांकि पुलिस पूछताछ करती नहीं दिखी। एक पुलिस अधिकारी से पूछा तो बोले कि अधिकतर लोग शासकीय सेवक, हेल्थ वर्कर्स, बैंक कर्मी और मेडिकल इमरजेंसी वाले है। यहीं पर कुछ दिहाड़ी मजदूर बैठे थे। एक व्यक्ति से बात कि तो बोले रोजाना 9 बजे तक काम मिल जाता है। आज 10 बजे से ज्यादा हो गए न ठेकेदार आया न कोई मकान मालिक। अभी समझ में नहीं आ रहा कि आने वाले वाले दिनों में क्या होगा। अब तो उधार मांगने पर भी लोग देने से मना कर देते है।
10 नंबर मार्केट में लॉकडाउन के बीच काम मिलने के इंतजार में बैठे मजदूर
विट्ठल मार्केट
मार्केट की सभी दुकानें पूरी तरह से बंद थी। मुख्य सड़क पर एक मोची दुकान खोलकर बैठा था। नाम पूछा तो गणेश बताया। जब उससे बोला कि सोमवार तक लॉकडाउन है। आपने दुकान क्यों खोली है तो जवाब दिया कि हम तो रोजाना 100 से 200 रुपए कमाते है। इससे ही घर का गुजारा चलता है। पिछली बार 6 महीने तो जैसे-तैसे निकाले। अब फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया। समझ में नहीं आ रहा क्या करें।
विट्ठल मार्केट सड़क पर घर का खर्चा चलाने दुकान खोलकर बैठा मोची
शैतान सिंह चौराहा, शाहपुरा
यहां पर पुलिस ने त्रिलंका और शाहपुरा से विट्ठल मार्केट की तरफ जाने वाले रास्ते को पूरी तरह बंद कर दिया है। कॉलोनी के सर्विस रोड को आने-जाने के लिए खोला है। जहां पुलिस कर्मी उनके दस्तावेज की जांच कर आने-जाने दे रहे है। वहीं, कोलार रोड भोज यूनिवर्सिटी के सामने पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी है, लेकिन पुलिस आने-जाने वालों से पूछताछ करती नहीं दिखी।