रतलाम: रतलाम में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की वजह से शासन की सख्त गाइडलाइन का असर शादी कार्यक्रम से जुड़े व्यवसायों पर पड़ रहा है. शादी समारोह से जुड़े रोजगारों पर आफत बन आई है. सख्त कोविड नियमों के कारण कई लोग शादी समारोह निरस्त कर रहे हैं. मंगलवार को कैटरिंग, बैंड-बाजे, टेंट और फोटोग्राफी से जुड़े व्यवसायियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर शादी समारोह के आयोजनों को लेकर गाइडलाइन के सख्त नियमों में छूट देने की मांग की.
हलवाई, टेंट व वीडियो फोटोग्राफी एसोसिएशन का कहना है कि पिछले साल पहले ही कोरोना के कारण पूरे सीजन में काफी नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई अब तक नहीं हो पाई है. अब दोबारा सख्त कोरोना गाइडलाइंस की वजह से शादी समारोह आयोजित नहीं हुए और हमें काम नहीं मिला तो इन सभी व्यवसायों से जुड़े मालिकों ही नहीं बल्कि श्रमिकों के लिए भी रोजी रोटी की समस्या खड़ी हो जाएगी.
कोरोना गाइडलाइंस में ढील की मांग करने पहुंचे हलवाई, टेंट व वीडियो फोटोग्राफी एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को रतलाम कलेक्टर ने फटकार लगाई. साथ ही स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा कि मैंने भी पिछले वर्ष अपने बेटे की शादी मात्र 25 लोगों की उपस्थिति में की थी, परिवार में मेहमानों की पार्टी अभी बाकी है. हालांकि कलेक्टर ने रियायत दी है कि आयोजन के दौरान रात में आने जाने दिया जाएगा. लेकिन आयोजन में शामिल होने वाले मेहमानों की संख्या बढ़ाने से साफ इंकार कर दिया.
रतलाम कलेक्टर ने साफ कह दिया है कि शादी समारोह या अन्य कोई भी आयोजन हो 50 से ज्यादा लोग शामिल नहीं होंगे. इसके अलावा शव यात्रा में 20 से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो सकते. इसमें उठावना का आयोजन बैठकर नहीं कर सकते. नियमों का तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.