अमिताभ बच्चन ने प्रसून जोशी की पंक्तियों को बाबूजी की बताया, गलती का अहसास होने पर मांगी माफी

Posted By: Himmat Jaithwar
8/6/2020

महानायक अमिताभ बच्चन ने गुरुवार सुबह एक ट्वीट करते हुए अपनी एक गलती को लेकर माफी मांगी। बुधवार रात उन्होंने ट्विटर पर एक कविता पोस्ट की थी। जिसका रचयिता उन्होंने अपने पिता हरिवंश राय बच्चन को बताया था। इसी को लेकर सफाई देते हुए उन्होंने बताया कि ये रचना कवि प्रसून जोशी की है। इस ट्वीट में उनसे ट्वीट नंबर भी गलत लिखा गया था, इसके लिए भी उन्होंने सॉरी कहा।

गुरुवार सुबह किए ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'भूल सुधार : कल T3617 पर जो कविता छपी थी, उसके लेखक, बाबूजी नहीं हैं। वो गलत था। उसकी रचना, कवि प्रसून जोशी ने की है। इसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूँ।' इसके बाद उन्होंने उस पूरी कविता को शेयर किया।

'धरा हिला गगन गुंजा, नदी बहा पवन चला, विजय तेरी हो जय तेरी ज्योति सी जला जला, भुजा भुजा फड़क फड़क, रक्त में धड़क धड़क धनुष उठा प्रहार कर, तू सबसे पहले वार कर अग्नि सा धधक धधक, हिरण सा सजग सजग सिंह सी दहाड़ कर, शंख सी पुकार कर रुके न तू थके न तू, झुके न तू थमे न तू सदा चले रुके न तू, रुके न तू झुके न तू

रचयिता: कवि प्रसून जोशी'

ट्वीट नंबर को लेकर भी हुई थी गलती

अमिताभ अपने हर ट्वीट के साथ उसकी संख्या का उल्लेख करते हैं। उस ट्वीट में कविता को शेयर करने के दौरान उनसे सिर्फ रचयिता के नाम में ही गलती नहीं हुई थी, बल्कि इसमें उन्होंने ट्वीट संख्या भी गलत लिख दी थी। इसका अहसास होते ही उन्होंने पहले इस गलती को सुधारा साथ ही माफी भी मांगी। उन्होंने लिखा, 'पिछला ट्वीट T 3617 था... ना कि 3817... सॉरी'

लिखा- 'अकेलेपन का बल पहचान'

इससे पिछले ट्वीट में बिग बी ने कविता की कुछ पंक्तियां शेयर की थीं। जिसके अंत में उन्होंने रचयिता के तौर पर अपने बाबूजी हरिवंश राय बच्चन का नाम hrb लिखा था।

कोरोना को लात मारते हुए दिखे अमिताभ

बुधवार रात ही शेयर किए एक अन्य ट्वीट में अमिताभ कोरोना वायरस को किक मारते दिखे थे। उन्होंने एक फोटो शेयर किया, जिसमें वे कोरोना वायरस को किक मारते नजर आ रहे हैं, इस फोटो में उनके करीब अभिषेक बच्चन भी खड़े हुए हैं।



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